खुशी मिलती हो

दोस्तों से दोस्ती बढ़ाकर
दोस्तों के करीब आकर
करना चाहते हो विरोध 
खुशी मिलती हो शायद

डालकर डोरे मित्र पर 
भर कर कान मित्र के  
बढ़ाकर दोस्ती मित्र से
चाहते नजदीक जाना 

चाहते हो अपने करीब
चाहते हो दूर हो मित्र 
भड़काकर विरोध में 
मन होता हो तृप्त...शायद

देते रहे तुम्हारा साथ 
की नाकाम कोशिश 
करने की दूर दोस्तों से 
ठहराते रहे गलत 

इस तरह जलना 
अपमान करते रहना  
कभी न था गवारा
मित्र के ही सामने 

करना चाहते हो 
विरोध में खड़े
मुझसे मेरे मित्र 
खुशी मिलती हो...शायद  ।

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