तुम

मेरे निंद के 
मेरे जाग ने के 
मेरे यादों के 
झरों के में तुम हो

मेरे लबों की 
मिठास में
तुम ही हो
मेरे हमनवा

प्यासा ये मन 
प्यासा ये दिल
प्यासी ये रात
रहना मेरे साथ

कण-कण में 
अनु-अनु में
रेणू-रेणू में
नस-नस में तुम हो

निभाना साथ सजना
ये तुमको है समझाना
चाहे रहो दूर या पास
मेरे दिल में ही रहना ।

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