जवानी
मुझसे कहती है वह
छोड़ जाऊँगी तुझे
जी भर के मिल ले
आज मुझसे
रहूँगी न कल
तेरे साथ
आज का पल
मत कर बर्बाद
कल न होगी
आज की बात
आज कल करते
बैठना मत हाथ मलते
कर दूंगी कमजोर
दुर्बल, निर्बल
दिल, दिमाग, शरीर
दिन प्रति दिन
कर ले लाख हिफाजत
न रहूँगी तेरे साथ
मत पछता जाने पर
आज थाम ले मेरा हाथ
बस्स! आज हूँ तेरे साथ
कल किसी और कि रहूँगी
हमेशा समय के साथ रहती हूं
अक्सर कहती है
मुझसे मेरी जवानी ।
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