सब कुछ तुम्हारा

खेती 
फसल 
जमीन 
गाँव भी

स्कूल 
कॉलेज 
कंपनी 
बैंक भी

सांसद 
मंत्री 
संतरी 
प्रधानमंत्री

कार्यालय
अफसर 
नियम
कानून भी

वकील
जज
कोर्ट 
मीडिया भी

युगों से 
सत्ता पर हैं
अनपढ़ 
मंदिर में है 

दो अक्षर पढ़ा
सत्ता में 
यही है 
चरित्र तुम्हारा

सब तुम्हारा है
तुम्ही बताओं
हमारा क्या है?
राज में तुम्हारे।



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