कोव्हीड-19 एक शस्त्र

कोरोना का कहर चीन का वुहान शहर 
फैलता रहा शहर दर शहर, देश में जहर
बिलखती बौखलती परेशान जनता
हा.. हा कार मच गया चारों ओर 
लाशों की लगी चारों ओर रास
आख़िर कारणों की हुई पड़ताल
नये वाइरस की कराई पहचान
नाम दिया गया कोव्हीड -19
ये चीन की है चाल युद्ध की
महासत्ता बनने के लिए जैविक शस्त्र
नेस्तनाबूद करने अमरीका, इटली और
विश्व को नष्ट करने बनाया गया शस्त्र
क्या ये साजिश तो नहीं, झुकाने की
दुनिया को जिनको था घमंड अपने 
धन और ज्ञान  अस्त्र और शस्त्र पर
जो झुकाने निकले थे दुनिया को बल से
वे कितने निर्बल है इसी का अहसास हो
इसलिए तो निर्माण नहीं हुआ कोव्हीड-19 
जिसे मुट्ठी में दुनिया करने का आभास था
ये दुनिया मेरी, तेरी न उसकी मुट्ठी में हैं
देखना यही, सृष्टि और मनुष्य का संघर्ष है
या मनुष्य और मनुष्य रूपी हैवान का।
इस शस्त्र से लड़ने के लिए ऐ मनुष्य जाति
भूल जाओ अपनी जाति-पाती धर्म भेद
इस विपदा से नहीं बचाएंगे मंदिर-मज्जिद 
गुरुद्वारा काशी-कैलाश पुराण न चारों वेद
मनुष्य की जान के रक्षक है ज्ञानी विज्ञानी
विज्ञान को सत्य मानो डॉ. की सलाह जानो
रक्षक मानव और मानवता का मानव ही है
तीनों लोक में सत्य यही हैं बस्स! यही तुम जानो ।
पी. एम.

Comments

Popular posts from this blog

रस का अर्थ परिभाषा एवं स्वरूप

संत काव्य के प्रमुख कवियों का परिचय एवं विशेषताएँ

प्रगतिवादी कविता की विशेषताएँ ( प्रगतिवाद 1936 -38 से 1943)